सोयाबीन रिपोर्ट:इजरायल-फिलिस्तीन युद्ध के चलते क्या रहेगा सोयाबीन का भाव, जानें पूरी रिपोर्ट
सोयाबीन सप्ताहिक रिपोर्ट 10 अक्टूबर 2023: पिछला सप्ताह सुरुवात सोमवार महाराष्ट्र सोलापुर 4980 रुपये पर खुला था ओर शनिवार शाम 4900 रुपये पर बंद हुआ। बीते सप्ताह के दौरान सोयाबीन में मांग न रहने से -80 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट, हालांकि उधर
सोयाबीन की कटाई की रफ़्तार के दाबाव से सीबीओटी सोयाबीन सोमवार को मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ वहीं बायो फ्यूल की कमजोर मांग के कारण सीबीओटी सोया तेल में 2.6% की गिरावट आई 12 अक्टूबर को आने वाली मासिक सप्लाई डिमांड रिपोर्ट से पहले व्यापारी सतर्क हैं। सर्वे रिपोर्ट का अनुमान है कि यूएसडीए सोयाबीन के उत्पादन और पैदावार अनुमान में कटौती करेगा।
ब्राज़ील ने सोयाबीन की 10% बुआई पूरी कर ली है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 9.6% पूरी हुई थी इजरायल-फिलिस्तीन युद्ध की स्थिति के कारण कच्चे तेल की कीमत लगभग 3 डॉलर बढ़ गई, जिससे सोयाबीन की गिरती कीमतों को समर्थन मिला कमजोर निर्यात मांग और मजबूत डॉलर के कारण सोयाबीन तीन महीने के निचले स्तर पर है।
SOPA कॉन्क्लेव रिपोर्ट
SOPA ने 118.74 लाख टन सोयाबीन उत्पादन का अनुमान जताया 26 लाख टन सोयाबीन कैर्री ओवर में जाएगा अनियमित मानसून की चाल के चलते उत्पादन पिछले वर्ष से कम वहीं बड़े विशेषज्ञों का मानना है की सोयाबीन प्लांट डीलीवरी भाव निचे 4500 और ऊपर 5000 के दायरे में रहेंगे सोयाबीन में तेजी सोया मील के निर्यात पर निर्भर जानकारों का मानना है की आने वाले सीज़न में सोयमील का निर्यात इस वर्ष के 18 लाख टन से काम रहेगा
सोयबीन वायदा शुरू करने और खाद्य तेलों के इम्पोर्ट ड्यूटी में बढ़ोतरी करने की मांग उठी मंडियों की सोयाबीन की बढ़ती आवक से सोयाबीन में कमजोरी बीते सप्ताह प्लांट डीलीवरी भाव में 100-150 रुपये की गिरावट दर्ज की गयी सितम्बर के अंत तक 2.50 बोरी आवक हो रही थी जो अब 5.50 लाख बोरी के ऊपर दर्ज की जा रही है।
अगैती फसलों की कटाई के चलते आवक बढ़ते नजर आ रही है जिसका आने वाले दिनों में दबाव बढ़ेगा इस वर्ष की 26 लाख टन सोयाबीन की कैरी फॉरवर्ड फ़िलहाल सोयाबीन पर दाबाव बना रहा है। सोया डीओसी की डिमांड कमजोर पड़ी है वहीं एक्सपोर्ट में पैरिटी नहीं इसलिए इसमें अभी और गिरावट आने का अनुमान है।
पिछले साप्ताहिक रिपोर्ट के बाद महाराष्ट्र कीर्ति प्लांट के भाव इस सप्ताह 100 रुपये फिसलकर 4900 पहचा मौजूदा स्तरों से भी 150-200 का रिस्क है जो बढ़ते आवक के चलते अक्टूबर के अंत या नवंबर के शुरुआत में दिख सकता है। आवक 10 लाख बोरी पहुंचने के बाद बॉटम बन सकता है जिसके बाद नवंबर से जनवरी के बीच 400-500 रुपये का अधिकतम उछाल दिख सकता है। सप्लाई और डिमांड को देखते हुए बड़ी तेजी की उम्मीद इस सीजन भी ना करें।
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